आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (Artificial intelligence) एक ऐसा क्षेत्र है। जो कंप्यूटर विज्ञान के क्षेत्र से निकला है। उसका उद्देश्य नवीन तकनीकों का निर्माण करना है। जिससे मानव श्रम में कमी आ जाएगी। आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस मुख्यतः तीन प्रकार के होते हैं। पहला Weak AI, दूसरा Strong AI और तीसरा Super AI है। आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस का अर्थ है- बनावटी (कृत्रिम) तरीके से विकसित की गई बौद्धिक क्षमता। आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस के जनक जॉन मैकार्थी के अनुसार यह बुद्धिमान मशीनों, विशेष रूप से बुद्धिमान कंप्यूटर प्रोग्राम को बनाने का विज्ञान और अभियांत्रिकी है। अर्थात् यह मशीनों द्वारा प्रदर्शित की गई इंटेलिजेंस है।
आसान भाषा में बताएं तो आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस एक ऐसी मशीन होगी जो बिल्कुल मनुष्य की तरह ही स्वता अपनी समझ के अनुसार कार्य करेगी। इस क्षेत्र में मनुष्य काफी आगे बढ़ चुका है। और जल्द ही ऐसी एक मशीन तैयार कर दी जाएगी। आपने बहुत सी फिल्मों में ऐसी रोबोट मशीनें देखी होंगी। जो खुद के कार्य अपनी समझ से करती थी। ऐसा ही कुछ ऐसा ही कुछ आम इंसान की जिंदगी में भी होने को तैयार है। वैज्ञानिक अपनी सूझबूझ से जल्द ही ऐसी मशीनें तैयार करने वाले हैं। जिससे व्यक्तिगत परिश्रम कम होगा।
आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस मशीन लर्निंग की वह प्रक्रिया है। जिसमें एक मशीन को यह सिखाया जाता है कि वह पिछले अनुभव के आधार पर कैसे निष्कर्ष और निर्णय ले। AI एआई ने 1960 के दशक में प्रोफेसर एचएन महाबाला के कार्यों के माध्यम से भारत में प्रवेश किया। UNDP द्वारा 1986 में बनाए गए ज्ञान-आधारित कंप्यूटिंग सिस्टम (KBCS) ने भी भारत के लिए AI पर ध्यान केंद्रित करने का मार्ग प्रशस्त किया।
जाने किस-किस क्षेत्र में Artificial intelligence कार्य कर रहा है
एआई-संचालित अनुसंधान में सबसे आगे Google, Facebook और Microsoft जैसे तकनीकी दिग्गजों के साथ, संयुक्त राज्य अमेरिका निर्विवाद रूप से कृत्रिम बुद्धिमत्ता के विकास का प्राथमिक केंद्र बन गया है। यह बुद्धिमान मशीन, विशेष रूप से बुद्धिमान कंप्यूटर प्रोग्राम बनाने का विज्ञान और इंजीनियरिंग है। आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस में PROLOG कंप्यूटर भाषा का प्रयोग होता है। एआई का व्यापक रूप से बड़े डाटा सेट का विश्लेषण करने में लगने वाले समय को कम करने के लिए बैंकिंग और प्रतिभूतियों फार्मा और बीमा सहित डाटा भारी उद्योगों में उपयोग किया जाता है इसके अलावा ऋण आवेदनों को संसाधित करने और धोखाधड़ी का पता लगाने के लिए भी नियमित रूप से एआई का उपयोग किया जाता है।
भारत सरकार आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस, रोबोटिक्स, डिजिटल मैन्युफैक्चरिंग, बिग डाटा इंटेलिजेंस, रियल टाइम डाटा और क्वांटम कम्युनिकेशन के क्षेत्र में शोध, प्रशिक्षण, मानव संसाधन और कौशल विकास को बढ़ावा देने की योजना बना रही है। राष्ट्रीय स्तर पर आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस कार्यक्रम की रूपरेखा बनाने के लिये नीति आयोग के उपाध्यक्ष राजीव कुमार की अध्यक्षता में एक समिति का गठन किया गया है। इसमें सरकार के प्रतिनिधियों के अलावा शिक्षाविदों तथा उद्योग जगत को भी प्रतिनिधित्व दिया जाएगा।
वर्तमान समय में हम सभी एआई का प्रयोग कर रहे हैं। उदाहरण स्वरूप जो व्यक्ति आईफोन औराई पर यूज़ करते हैं। उनमें उन्हें सीरी का ऑप्शन मिलता है। जिसमें सिर्फ हे सिरी बोलकर ही सारे काम हो जाते हैं। बिना अपने फोन को हाथ में लिए। यह भी एक एआई का ही स्वरूप है। इसके कई अलग-अलग विकल्प वर्तमान में मौजूद हैं। जैसे Amazon Alexa एलेक्सा इसके जरिए भी हम अपने सारे काम महज बोलकर ही बिना हाथ पैर हिलाए कर सकते है।
Artificial intelligence के लिए कौन से कोर्स उपलब्ध हैं
देश में इस तरह के कोर्स कई इंजीनियरिंग कॉलेज में उपलब्ध है। इसी में आगे चलकर आप पीएचडी भी कर सकते हैं। आप 2023 में एआई सीखकर यह सुनिश्चित कर सकते हैं कि आपके पास भविष्य में फलने-फूलने के लिए आवश्यक क्षमताएं और जानकारी है। AI कोर्स करने के लिए आप को इन योगतियों से परिपूर्ण होना आवश्यक होता है, जो इस प्रकार है:-
- बैचलर्स डिग्री प्रोग्राम के लिए ज़रुरी है कि उम्मीदवारों ने किसी मान्यता प्राप्त बोर्ड से PCM (फिज़िक्स, केमिस्ट्री, गणित) से 10+2 प्रथम श्रेणी से पास किया हो।
- विदेश की अधिकतर यूनिवर्सिटीज बैचलर्स के लिए SAT और मास्टर्स कोर्सेज के लिए GRE स्कोर की मांग करते हैं।
- आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस कोर्स करने के लिए कंप्यूटर और गणित विषय अनिवार्य हैं।
- कंप्यूटर साइंस (Computer Science) से ग्रेजुएट उम्मीदवार भी इस फील्ड में काम कर सकते हैं।
- इंजीनियरिंग के छात्र एआई टेक्नोलॉजी (AI Technology) के माध्यम से सॉफ्टवेयर एनालिटिक्स, रोबोटिक्स, प्रोग्रामर्स, गेमिंग क्षेत्र में नौकरी कर सकते हैं।
- आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस कोर्स पात्रता मानदंड के अनुसार छात्रों ने सरकार द्वारा मान्यता प्राप्त बोर्ड से अपना 10 + 2 स्तर पूरा किया है।
- भारत में आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस कोर्स की पात्रता के लिए न्यूनतम अंक प्रतिशत 50% की आवश्यकता होती है।
Artificial intelligence के लिए प्रमुख कोर्स
- आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस डिज़ाइन
- क्लाउड कम्प्यूटिंग
- आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस का अनुप्रयोग
- आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस प्रोग्रामिंग
- AI सिस्टम
- नेटवर्क एनालिस्ट